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भीषणो भैरवः पातु उत्तरस्यां तु सर्वदा

ಶೃಂಗಿಮಕರವಜ್ರೇಷು ಜ್ವರಾದಿವ್ಯಾಧಿವಹ್ನಿಷು



ॐ ह्रीं विश्वनाथः सदा पातु सर्वाङ्गं मम सर्वदः ॥ १५॥

Despite the fact that Bhairav Kavach could be recited effortlessly in daily puja, when there is any Specific want, like protection from any tantric impediment, good results in examination, victory in elections etcetera. then recite Bhairav Kavach with this technique.

श्रद्धयाऽश्रद्धया वापि पठनात् कवचस्य यत् ।

सत्यं सत्यं पुनः सत्यं सत्यमेव न संशयः ॥ here २॥

ऊर्ध्वं पातु विधाता च पाताले नन्दको विभुः । 



ಡಾಕಿನೀಪುತ್ರಕಃ ಪಾತು ದಾರಾಂಸ್ತು ಲಾಕಿನೀಸುತಃ

ಯಸ್ಮೈ ಕಸ್ಮೈ ನ ದಾತವ್ಯಂ ಕವಚೇಶಂ ಸುದುರ್ಲಭಮ್



नमः पातु महामन्त्रः सर्वशास्त्रार्थपारगः ॥ ११॥

आप नोकरी करते हो, व्यापार करते हो या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, आईएस, आईपीएस, सिविल सर्विसेज आदि जैसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, तो आपको अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करके जाना चाहियें, इसके पाठ से समस्त भय दूर होता है, और आपको निश्चित ही पूर्ण सफलता मिलती है।

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